टॉप रैंक लाने वाला अफ़सर निकला रिश्वतखोर! तहसीलदार अश्विनी कुमार पंडा 20 हज़ार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ़्तार, घर से लाखों की नकदी जब्त...........
टॉप रैंक लाने वाला अफ़सर निकला रिश्वतखोर! तहसीलदार अश्विनी कुमार पंडा 20 हज़ार की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ़्तार, घर से लाखों की नकदी जब्त...........
संबलपुर (ओडिशा)
कभी युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत रहे अश्विनी कुमार पंडा आज भ्रष्टाचार के दलदल में फंसे हुए हैं। ओडिशा सिविल सर्विस परीक्षा में प्रथम प्रयास में ही टॉप करने वाले इस अधिकारी को शुक्रवार को ओडिशा विजिलेंस विभाग ने रंगे हाथों रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। उनके सरकारी निवास से लाखों रुपये की नकदी भी जब्त की गई है।
घटना संबलपुर ज़िले के बामड़ा तहसील की है, जहाँ अश्विनी कुमार पंडा तहसीलदार के पद पर तैनात थे। विजिलेंस विभाग को शिकायत मिली थी कि पंडा ने एक किसान से ज़मीन के म्यूटेशन (खातेदारी) कार्य के एवज में ₹20,000 की घूस की मांग की है। शिकायत की पुष्टि के बाद विजिलेंस टीम ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाया और शुक्रवार को उन्हें रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया।
पूर्व में बनी थी मिसाल, अब बने शर्मिंदगी का कारण
अश्विनी कुमार पंडा ने अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद बिना किसी कोचिंग के ओडिशा सिविल सर्विस परीक्षा पास की थी और टॉप रैंक हासिल की थी। उस समय उन्हें एक आदर्श अधिकारी और युवा वर्ग के लिए प्रेरणा के रूप में देखा जाता था। लेकिन अब वही अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाए जाने के कारण न केवल खुद की बल्कि पूरे प्रशासनिक तंत्र की छवि को धूमिल कर चुके हैं।
घर से मिली भारी नकदी
गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस विभाग ने अश्विनी कुमार पंडा के आवास पर छापेमारी की, जहाँ से लाखों रुपये नकद बरामद किए गए। इसके अलावा कई महत्वपूर्ण दस्तावेज, संपत्तियों से जुड़े कागजात और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ भी जब्त किए गए हैं। टीम अब इस बात की भी जांच कर रही है कि पंडा के पास यह संपत्ति कहाँ से आई और क्या इसमें और लोग भी शामिल हैं।
प्रशासन में मचा हड़कंप
इस कार्रवाई से संबलपुर ज़िले के प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है। जिला प्रशासन ने फिलहाल पंडा को निलंबित कर दिया है और उनके खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। ओडिशा विजिलेंस ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ उनकी कार्रवाई भविष्य में और भी सख्त होगी।
विजिलेंस विभाग का बयान
विजिलेंस डिपार्टमेंट के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया,
"हमें इस मामले की शिकायत मिली थी, जिसे सत्यापित करने के बाद कार्रवाई की गई। तहसीलदार को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया है। छानबीन जारी है, और यदि आवश्यक हुआ तो उनके खिलाफ और भी धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।"